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DU: स्पोर्ट्स कोटे से हटेंगे कुछ खेल, जानें कौन-कौन से

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में नए सेशन से स्पोर्ट्स कोटे कुछ खेलों के लिए बंद हो जाएगा। यूनिवर्सिटी की स्टैंडिंग काउंसिल की मीटिंग में तय किया गया है कि केवल उन्हीं गेम को स्पोर्ट्स कोटे के लिए शामिल किया जाएगा, जो कि ओलिंपिक्स, एशियाड और कॉमनवेल्थ में खेले जाते हैं। इनके अलावा क्रिकेट, खो-खो और चेस खेल कोटे में शामिल रहेंगे। पिछले साल तक 33 गेम इस कैटिगरी में आते थे, मगर अब सिर्फ 27 खेलों के तहत स्पोर्ट्स कोटे के ऐडमिशन होंगे। यह प्रस्ताव स्टैंडिंग काउंसिल में मंजूर कर लिया गया है। उम्मीद है कि डीयू में ऐडमिशन प्रोसेस 20 मई के आसपास शुरू हो जाएगा।

स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर डॉ. रसाल सिंह ने बताया कि कमिटी में सर्वसम्मति से तय किया गया है कि उन्हीं खेलों को स्पोर्ट्स कोटे में रखा जाए जो कि ओलिंपिक्स गेम्स, एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल किए गए हैं। इस हिसाब से कुछ खेलों को लिस्ट से हटा दिया जाएगा जैसे कॉर्फ बॉल, सॉफ्ट बॉल (लड़कों के लिए), हैंडमिंटन, बॉल बैडमिंटन, बेसबॉल (विमन) और योग। हालांकि, योग ईसीए में शामिल है। इनके अलावा क्रिकेट, खो-खो और चेस खेल कोटे में शामिल रहेंगे। लड़कियों के लिए सॉफ्ट बॉल शामिल होगा क्योंकि यह कॉमनवेल्थ, एशियाड और ओलिंपिक्स किसी एक में विमन कैटिगरी में खेला जाता है। इस बार स्पोर्ट्स कोटे की सीटें कम होने की उम्मीद है, क्योंकि डीयू की ऐडमिशन काउंसिल ने फैसला लिया है कि स्पोर्ट्स और ईसीए (एक्स्ट्रा करिकुलर ऐक्टिविटीज) कोटे की कुल 5% सीटों में से कम से कम 1% सीटें ईसीए के लिए हर कॉलेज रखे। दोनों कोटों की सीटें मिलाकर करीब 3100 हैं।

तीन प्रस्ताव स्टैंडिंग कमिटी ने ऐकडेमिक काउंसिल में भेजे हैं। डीयू में एंट्रेंस वाले प्रोग्राम के एंट्रेस एग्जाम इंग्लिश ही नहीं हिंदी मीडियम में लिया जाए, यह प्रस्ताव शामिल है। इनमें लैंग्वेज को छेाड़कर बाकी सभी प्रोग्राम शामिल हैं, खासतौर पर ह्यूमैनिटीज प्रोग्राम के लिए प्रस्ताव दिया गया है। दूसरा, सरकारी स्कूलों और ग्रामीण पृष्ठभूमि के स्टूडेंट्स को 1% छूट कटऑफ में दी जाए। तीसरा प्रस्ताव यह है कि डीयू टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का वार्ड कोटा बढ़ाया जाए। अभी हर कॉलेज में दोनों कैटिगरी में 3-3 सीटें रिजर्व रहती हैं।

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DU ऐडमिशन 2019: इस बार स्टेट बोर्ड के स्टूडेंट्स के नहीं कटेंगे नंबर

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस बार स्टेट बोर्ड के स्टूडेंट्स फायदे में रहेंगे। यूनिवर्सिटी उन सब्जेक्ट को भी अब ऐकडेमिक सब्जेक्ट की लिस्ट में शामिल करने जा रही है, जिन्हें स्टेट बोर्ड में ऐकडेमिक सब्जेक्ट के तौर पर पढ़ा जाता है। अब तक डीयू में बेस्ट फोर स्कोर कैलकुलेट करने के लिए सब्जेक्ट्स की दो लिस्ट होती हैं। पहली लिस्ट में ऐकडेमिक सब्जेक्ट होते थे और दूसरी लिस्ट में नॉन ऐकडेमिक कोर्स जैसे- वोकेशनल सब्जेक्ट। अब डीयू में सब्जेक्ट की 3 लिस्ट होंगी। पहली- ऐकडेमिक, दूसरी- नॉन ऐकडेमिक और तीसरी- स्टेट बोर्ड के ऐकडेमिक सब्जेक्ट। इन्हें अब तक ऐकडेमिक सब्जेक्ट नहीं माना जाता था और बेस्ट फोर में जोड़ने पर स्कोर से कुछ पर्सेंट काट लिए जाते थे। डीयू में ऑनलाइन ऐडमिशन प्रोसेस 20 मई के आसपास शुरू होगा।

सीबीएसई के अलावा 34 बोर्ड और हैं, जहां के स्टूडेंट्स दिल्ली यूनिवर्सिटी में ऐडमिशन लेते हैं। डीयू के अधिकारियों का कहना है कि अब इन स्टूडेंट्स को अपने राज्य के ऐकडेमिक सब्जेक्ट लेने पर मार्क्स कटने का डर नहीं रहेगा। डीयू की स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर डॉ. रसाल सिंह का कहना है कि अब तक कई ऐसे सब्जेक्ट नॉन ऐकडेमिक मान लिए जाते थे और स्टूडेंट अगर इन्हें लेता था तो उसके नंबर कट जाते थे। दरअसल, डीयू अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम में ऐडमिशन के लिए बेस्ट फोर के स्कोर के आधार पर कटऑफ लिस्ट तैयार करता है। उदाहरण के लिए- जम्मू-कश्मीर में बायोकेमिस्ट्री पढ़ाया जाता है, जिसे डीयू नॉन ऐकडेमिक सब्जेक्ट की लिस्ट में डाल देता है। इस बार जब बायोकेमिस्ट्री के सिलेबस को स्टडी किया गया तो पता चला कि वो सीबीएसई के बायलॉजी की ही तरह है, बस नाम अलग। इस वजह से लिस्ट सी बनाई गई। बायोकेमिस्ट्री की ही तरह लॉजिक ऐंड फिलॉसफी, मैथमैटिक्स ए और मैथमैटिक्स बी (आंध्र बोर्ड) समेत कुछ और सब्जेक्ट भी इस कैटिगरी में शामिल होंगे। नॉन ऐकडेमिक सब्जेक्ट में फिजिकल एजुकेशन, पेंटिंग, टाइपोग्राफी, कुकिंग आदि हैं। इस कदम से स्टेट बोर्ड के स्टूडेंट्स को फायदा होगा।

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जामिया: यूपीएससी सिविल सर्विसेज की मुफ्त कोचिंग के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू

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नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) की रेजिडेंशल कोचिंग अकैडमी (आरसीए) के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आरसीए यूपीएससी के सिविल सर्विसेज के एग्जाम के लिए तैयारी कराती है। कोचिंग की स्थापना के बाद से अब तक इसके 190 कैंडिडेट्स सिविल सर्विसेज के एग्जाम में सफल हुए हैं। 2018 में सिविल सर्विसेज में तीसरी रैंक हासिल करने वाले जुनैद अहमद ने यहीं से कोचिंग ली थी। इसके अलावा अकैडमी के 245 कैंडिडेट्स केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की अन्य सर्विसेज में भी चुने गए हैं।

आरसीए 200 कैंडिडेट्स को हर साल सिविल सर्विसेज की प्रीलिमिनरी और मेंस की मुफ्त कोचिंग मुहैया कराती है। अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और किसी भी समुदाय की महिला कोचिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। 20 फीसदी छात्रों को हर महीने 2000 रुपये स्कॉलरशिप भी दी जाती है।

आवेदन और परीक्षा के बारे में सबकुछ
इच्छुक कैंडिडेट् 25 जून, 2019 तक यहां दाखिले के लिए www.jmicoe.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा का आयोजन 12 परीक्षा केंद्रों दिल्ली, श्रीनगर, जम्मू, हैदराबाद, जयपुर, बॉम्बे, लखनऊ, गुवाहाटी, पटना, बेंगलुरु, त्रिवेंद्रम और चेन्नई में होना है। टेस्ट में ऑब्जेक्टिव टाइप के सवालों के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। गलत जवाब के लिए एक तिहाई मार्क्स कटेंगे।

परीक्षा का शेड्यूल
आवेदन: 25 जून तक करें
लिखित परीक्षा: 7 जुलाई, 2019 (रविवार) को दिन के 10 बजे से दोपहर बाद 1 बजे तक होगी।
प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट: 30 जुलाई, 2019 को
इंटरव्यू: 5 और 10 अगस्त, 2019 को
फाइनल रिजल्ट: 20 अगस्त, 2019 को
दाखिला प्रक्रिया का समापन: 27 अगस्त, 2019 को
रिक्तियां होने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची के कैंडिडेट्स का रजिस्ट्रेशन 28 अगस्त, 2019 को किया जाएगा और उनकी दाखिला प्रक्रिया 30 अगस्त, 2019 को पूरी होगी। चुने हुए कैंडिडेट्स के लिए 3 सितंबर, 2019 को दिन के 11.00 बजे ऑरियंटेशन क्लास का आयोजन होगा।

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नवोदय विद्यालय: 11वीं के लिए आवेदन शुरू, जानें कैसे करें

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नवोदय विद्यालय में 11वीं क्लास की खाली सीटों पर दाखिले के लिए पंजीकरण आज यानी 13 मई, 2019 से शुरू हो रहा है। आवेदन की आखिरी तारीख 10 जून, 2019 है। इच्छुक और पात्र विद्यार्थी साइंस, कॉमर्स, वोकेशनल और ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। एनसीसी, स्काउट ऐंड गाइड्स और स्पोर्ट्स एवं गेम्स के लिए अतिरिक्त वेटेज मिलेगा। आवेदन से संबंधित पूरी जानकारी नीचे है...

पात्रता
जिस जवाहर नवोदय विद्यालय में दाखिला लेना चाह रहे हैं, वह जिस राज्य और जिले में है, उसी राज्य और जिले के सरकारी या सरकार से मान्यता प्राप्त किसी विद्यालय में छात्र ने शैक्षिक सत्र 2018-19 में 10वीं क्लास की पढ़ाई पूरी की हो।

आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा न हो और 13 साल से कम न हो यानी 1 जून, 2001 से 31 मई, 2005 (दोनों तारीखें शामिल हैं) को पैदा हुए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समेत सभी वर्ग के छात्र आवेदन कर सकते हैं।

11वीं में खाली सीटों पर छात्रों के दाखिले के लिए शर्त
शैक्षिक सत्र 2018-19 में आवेदक द्वारा 10वीं क्लास में प्राप्त अंक और नवोदय विद्यालय समिति की दाखिले की शर्त के आधार पर दाखिला होगा।

पहले जिला स्तर पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और खाली सीटों के मुताबिक विद्यार्थियों का चयन होगा।

जिला स्तर पर जेएनवी की खाली सीटों के मुताबिक मेरिट लिस्ट तैयार होने के बाद राज्य स्तर की एक सामान्य मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।

यूं करें आवेदन
1. सबसे पहले नवोदय विद्यालय समिति की 11वीं में दाखिले के पोर्टल www.nvsadmissionclasseleven.in पर जाएं।

2. आवेदन तीन चरणों में होगा। सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। जब आप पोर्टल पर जाएंगे तो बॉक्स दिखेगा। एक में Important note और दूसरे में FOR CANDIDATES दिखेगा।

3. FOR CANDIDATES के नीचे Candidate to click here for Registration - Phase I लिंक दिखेगा। इस पर क्लिक करें। एक नया पेज खुल जाएगा। उसमें मांगी गई डीटेल्स डालकर रजिस्ट्रेशन कर लें। यहां से आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा।

4. अब उस रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड का इस्तेमाल करके लॉगिन करें। यहां आपको पर्सनल डीटेल्स, सिग्नेचर, पैरंट का सिग्नेचर, कैंडिडेट्स का फोटोग्राफ अपलोड करें

5. तीसरे नंबर पर मार्कशीट की स्कैन फोटोकॉपी अपलोड करें। फॉर्म को जमा करें और भविष्य में इस्तेमाल के लिए उसका एक प्रिंट आउट ले लें।

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इस बार NTA करवा सकती है DU Entrance 2019

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अंडरग्रैजुएट, मास्टर्स, एमफिल और पीएचडी के 2019-20 के सेशन के लिए नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से प्रवेश परीक्षा करवाने की दरख्वास्त की है।

NTA से एक सॉर्स ने बताया कि एजेंसी DU को टेस्ट के लिए उनके टर्म्स और कंडिशन भेजने के लिए पहले ही कह चुकी है। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के बाद DU दूसरी सेंट्रल यूनिवर्सिटी होगी जो NTA का कंप्यूटर बेस्ड ऐडमिशन टेस्ट करवाएगी।

2 मई को हुई DU की स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में यह प्रस्ताव रखा गया था कि एनटीए जैसे स्पेशलिस्ट ऑर्गनाइजेशन को 2019-20 की प्रवेश परीक्षा के लिए अप्रोच करना चाहिए।

DU अंडरग्रैजुएट 9 कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा करवाती है जिसमें-बीए (ऑनर्स) जर्नलिजम, बीबीई (बिजनस इकोनॉमिक्स), बीबीए (बिजनस ऐडमिनिस्ट्रेशन), बीएफआईए (फाइनैंशल ऐंड इनवेस्टमेंट ऐनेलिसिस), एलिमेंट्री एजुकेशन, म्यूजिक, ह्यमैनिटीज ऐंड सोशल साइंसेज, फिजिकल, हेल्थ एजुकेशन ऐंड स्पोर्ट्स ऐंड बीटेक इन इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐंड मैथमैटिकल इनोवेशन शामिल हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी बीते 3 साल से प्रवेश परीक्षा को ऑनलाइन करने के बारे में प्लान कर रही है लेकिन टीचर्स और स्टूडेंट्स के विरोध के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा था। हालांकि NTA सरकारी एजेंसी है और JNU का एग्जाम करवा चुकी है तो इस बार विरोध होने की उम्मीद कम है।

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DU: दाखिले से पहले दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच

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पिछले कुछ साल में फेक डॉक्युमेंट्स के आधार पर लिए गए ऐडमिशन को देखते हुए इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी अलर्ट पर है। अकैडमिक सेशन 2019-20 के लिए डीयू की ऐडमिशन कमिटी की कोशिश है कि वो मार्कशीट की जांच करने के लिए सीबीएसई समेत बाकी स्टेट बोर्ड की भी मदद ले। डीयू ने तय किया है कि फरेंसिक जांच सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स के डॉक्युमेंट्स की होगी, जिनके डॉक्युमेंट्स का ऐडमिशन के आखिरी दिन तक ऑनलाइन वेरिफिकेशन नहीं हो पाया है। इसके लिए ऐडमिशन कमिटी फरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ गाइडलाइंस बनाएगी। अगले हफ्ते डीयू में अंडरग्रैजुएट समेत पीजी, एमफिल, पीएचडी के लिए ऐडमिशन प्रकिया शुरू होने की उम्मीद है।

डीयू की ऐडमिशन कमिटी ने तय किया है कि यूजी, पीजी, एमफिल, पीएचडी ऐडमिशन के दौरान स्टूडेंट्स के डॉक्युमेंट्स की सत्यता की जांच या तो ऑनलाइन होगी या फरेंसिक वेरिफिकेशन होगा। इसके लिए ऐडमिशन कमिटी ने डीयू की स्टैंडिंग कमिटी में प्रस्ताव दिया था, जिसे मंजूर कर लिया गया। डीयू में 80% स्टूडेंट्स सीबीएसई से ही हैं। ऐसे में अगर सीबीएसई के डेटाबेस से सीधे मार्क्स अपलोड कर दिए जाएं, तो ऑनलाइन ही डॉक्युमेंट्स की जांच हो जाएगी और धोखाधड़ी के चांस नहीं रहेंगे।

दूसरी ओर, अगर स्टेट बोर्ड से भी साथ मिल जाए तो डीयू को और आसानी हो जाएगी। इसके लिए डीयू मिनिस्ट्री सेक्रेटेरिएट से मदद लेगा, ताकि भविष्य में ऐडमिशन प्रोसेस और आसान हो जाए। ऐडमिशन कमिटी का मानना है कि सीबीएसई के अलावा असोसिएशन ऑफ बोर्ड्स ऑफ सेकंडरी असोसिएशन (AOBSE) और काउंसिल ऑफ बोर्ड्स ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (COBSE) में शामिल दूसरे बोर्ड से भी जुड़ा जाए तो डॉक्युमेंट्स का ऑनलाइन वेरिफिकेशन हो सकेगा।

डीयू की स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर डॉ रसाल सिंह बताते हैं, इस प्रस्ताव को स्टैंडिंग कमिटी ने मंजूरी दे दी है। हालांकि, इस साल स्टेट बोर्ड से जुड़ना मुमकिन नहीं होगा, क्योंकि पहले से तैयारी बहुत जरूरी है। सीबीएसई से पिछले साल से ही बात चल रही है। ऐडमिशन कमिटी ने भी स्टैंडिंग कमिटी में बताया है कि कोशिश की जा रही है कि इसी साल सीबीएसई से इसके लिए करार हो जाए। डॉक्युमेंट की ऑनलाइन जांच के लिए ऐडमिशन कमिटी दिल्ली यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर (DUCC) और आईसीसी को ऐप्लिकेशन प्रोग्राम बनाने को कहा है। सुझाव दिए हैं कि ऐडमिशन सॉफ्टवेयर के लिए लोड टेस्टिंग, सिक्यॉरिटी ऑडिटिंग, बग फिक्सिंग पर काम करे ताकि इस सेशन में सॉफ्टवेयर की मदद ऐडमिशन प्रक्रिया सही तरीके से चले। जिन पीजी प्रोग्राम में मेरिट के आधार पर ऐडमिशन होते हैं, उनके लिए ऐडमिशन कमिटी का इरादा है कि एग्जामिनेशन ब्रांच की मदद ली जाएगी ताकि ऑनलाइन वेरिफिकेशन का काम आराम से हो सके।

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DU Admission 2019: NTA करवाएगी इस बार एंट्रेंस टेस्ट, पढ़ें पूरी डीटेल

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DU Entrance Exam 2019: दिल्ली यूनवर्सिटी के विभिन्न कोर्सेस में दाखिले के लिए इस बार National Testing Agency एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करेगी। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में एनटीए प्रमुख विनीत जोशी ने कहा कि ‘दिल्ली यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस आयोजित करवाने के प्रस्ताव को हमने स्वीकार कर लिया है। अब डीयू को परीक्षा के नियम कायदों को तय करना है इसके बाद हम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।’

Delhi University के ऐडमिशन चेयरपर्सन राजीव गुप्ता ने कहा कि एग्जाम केवल उन्ही कोर्सेस के लिए आयोजित किए जाएंगे जिनमें पहले से प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का प्रावधान है। किसी नए कोर्स को इस परीक्षा के तहत नहीं लाया जाएगा। इसके अलावा परीक्षा का पैटर्न और सिलेबस पहले जैसा ही रहेगा।

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के बाद DU दूसरी सेंट्रल यूनिवर्सिटी होगी जो NTA का कंप्यूटर बेस्ड ऐडमिशन टेस्ट करवाएगी। 2 मई को हुई DU की स्टैंडिंग कमिटी की मीटिंग में यह प्रस्ताव रखा गया था कि एनटीए जैसे स्पेशलिस्ट ऑर्गनाइजेशन को 2019-20 की प्रवेश परीक्षा के लिए अप्रोच करना चाहिए।

दिल्ली यूनिवर्सिटी अंडरग्रैजुएट के 9 कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन करवाती है इसमें-बीए (ऑनर्स) जर्नलिज्म, बीबीई (बिजनस इकोनॉमिक्स), बीबीए (बिजनस ऐडमिनिस्ट्रेशन), बीएफआईए (फाइनैंशल ऐंड इनवेस्टमेंट ऐनेलिसिस), ह्यमैनिटीज ऐंड सोशल साइंसेज, एलिमेंट्री एजुकेशन, म्यूजिक, फिजिकल, हेल्थ एजुकेशन ऐंड स्पोर्ट्स ऐंड बीटेक इन इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐंड मैथमैटिकल इनोवेशन शामिल हैं।

दिल्ली यूनिवर्सिटी पिछले 3 साल से प्रवेश परीक्षा को ऑनलाइन करने के बारे में प्लान कर रही है लेकिन टीचर्स और स्टूडेंट्स के विरोध के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा था। हालांकि NTA सरकारी एजेंसी है और JNU का एग्जाम करवा चुकी है तो इस बार विरोध होने की उम्मीद कम है।

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DU: जानें, क्या-क्या बदला ऐडमिशन प्रोसेस में

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंडरमैजुएट प्रोग्राम में इस बार कटऑफ लिस्ट की संख्या कम हो और ऐडमिशन प्रक्रिया 20 जुलाई तक खत्म हो जाए, इसके लिए ऐडमिशन कैंसल करने के मौके को कम से कम करने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तय किया है कि स्टूडेंट्स को कुल कटऑफ लिस्ट से एक संख्या कम, ऐडमिशन कैंसल करने का मौका दिया जाएगा। साथ ही, एक कटऑफ लिस्ट पर एक से ज्यादा बार स्टूडेंट्स ऐडमिशन कैंसल नहीं कर सकेंगे।

बढ़ेंगी ईसीए की सीटें
डीयू में नए सेशन से एक्स्ट्रा करिकुलर ऐक्टिविटी कोटे की सीटें बढ़ेंगी और स्पोर्ट्स की कुछ कम होंगी। दोनों कोटे के लिए कुल 5% अतिरिक्त सीटें रिजर्व होती हैं, जिनका बंटवारा कॉलेज अपनी सुविधा के हिसाब करते हैं। इस बार से हर कॉलेज को कम से कम 1% सीटें ईसीए के लिए रखना जरूरी होगा।

हटेंगे कुछ खेल
डीयू ने तय किया है कि केवल उन्हीं गेम के कोटे के लिए शामिल किया जाएगा, जो कि ओलिंपिक्स, एशियाड और कॉमनवेल्थ में खेले जाते हैं। इस साल डीयू इसे लागू कर रहा है।

ट्रायल्स के लिए इंतजार नहीं
अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम में ऐडमिशन के लिए स्पोर्ट्स और ईसीए के स्टूडेंट्स को कटऑफ का इंतजार नहीं करना होगा बल्कि उनके ऐडमिशन प्रोसेस पहले ही शुरु हो जाएंगे। डीयू ईसीए और स्पोर्ट्स कैटिगरी को कटऑफ से अलग कर रहा है। ऐडमिशन कमिटी ने फैसला ले लिया है।

ईवनिंग के ऐडमिशन मॉर्निंग में
डीयू के ईवनिंग कॉलेज इस बार ऐडमिशन शाम की पारी में नहीं बल्कि मॉर्निंग कॉलेजों की तरह सुबह ही करेंगे। डीयू की स्टैंडिंग कमियी में यह फैसला लिया गया है।

स्टेट बोर्ड के स्टूडेंट्स को फायदा
डीयू इस बार से उन सब्जेक्ट को भी ऐकडेमिक सब्जेक्ट की लिस्ट में शामिल करेगा, जिन्हें स्टेट बोर्ड में ऐकडेमिक सबजेक्टर के तौर पर पढ़ाया जाता है। अब तक डीयू में बेस्ट फोर स्कोर कैलकुलेट करने के लिए सब्जेक्ट्स की दो लिस्ट होती हैं।

स्ट्रीम बदलने का नुकसान कम
कमिटी ने तय किया है कि इस बार स्ट्रीम बदलने वाले स्टूडेंट्स को नुकसान कम होगा। अब तक स्ट्रीम बदलने वाले स्टूडेंट्स के कटऑफ स्कोर में 5% नंबर काट लिए जाते हैं, मगर अब सिर्फ 2% मार्क्स ही कम किए जाएंगे। स्टूडेंट्स को इस फैसला से बहुत फायदा होगा।

ये डॉक्युमेंट्स कर लें तैयार
  • पासपोर्ट साइज फोटो (2x2 इंच)
  • स्कैन किए हुए सिग्नेचर
  • क्लास 10 का सर्टिफिकेट/मार्कशीट जिसमें डेट ऑफ बर्थ हो
  • क्लास 12 की सेल्फ अटेस्ट की गई मार्कशीट (अगर मार्कशीट जारी नहीं हुई है तो वेबसाइट से डाउनलोड की हुई मार्कशीट)
  • किसी भी कैटिगरी के लिए सेल्फ अटेस्ट किया हुआ एससी।/एसटी/ओबीसी/ पीडब्ल्यूडी/केएम/सीडब्ल्यू वैलिड सर्टिफिकेट
  • सेल्फ अटेस्ट किए हुए स्पोर्ट्स/ईसीए सर्टिफिकेट
  • ईडब्ल्यूएस कोटा (अपर कास्ट कोटा) के लिए 8 लाख रुपये से कम इनकम सर्टिफिकेट

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DU में अबकी बार बहुत ऑप्शन हैं आपके पास

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नई दिल्‍ली
डीयू में करीब 61500 अंडरग्रैजुएट सीटों के लिए स्टूडेंट्स फाइट करेंगे। 12वीं क्लास के स्कोर के आधार पर ऐडमिशन 12वीं के नंबर के आधार पर जारी कटऑफ पर ही होंगे। देशभर से स्टूडेंट्स डीयू के 66 कॉलेजों के 61 कोर्सों के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

स्पोर्ट्स कोटा
अगर आप स्कूल लेवल पर खेल कूद में अव्वल रहे हैं, तो 12वीं में कम नंबर आने पर भी दिल्ली यूनिवर्सिटी की हाई कटऑफ का सामना कर सकते हैं। स्पोर्ट्स कोटे के तहत ऐडमिशन के लिए ट्रायल्स देने होंगे, जिन्हें यूनिवर्सिटी की स्पोर्ट्स काउंसिल करवाएगी। मार्क्स को वेटेज 60% और सर्टिफिकेट के लिए 40% होगा। ट्रायल में मिनिमम 30 नंबर लाना जरूरी होगा। सिर्फ उन खिलाड़ियों का डायरेक्ट ऐडमिशन हो जाएगा जिन्होंने इंटरनैशनल लेवल पर खेला हो।

ईसीए कोटा
एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में अगर आपने स्कूल लाइफ में बढ़िया किया है, तो ईसीए कोटे के लिए अप्लाई कर सकते हैं। चुनाव प्रिलिम्स ट्रायल्स और फाइनल ट्रायल्स के बाद होता है। पहले राउंड को क्वॉलिफाई करने वाले स्टूडेंट्स को फाइनल राउंड के लिए चुना जाएगा। प्रिलिम्स राउंड में चुने जाने के बाद ही सर्टिफिकेट चेक होंगे। पिछले साल के नियम के हिसाब से सर्टिफिकेट्स का वेटेज 25% और ट्रायल्स का 75% है। फाइनल ट्रायल में स्टूडेंट को 75 में से कम से कम 38 मार्क्स लाने जरूरी थे।

एंट्रेंस वाले कोर्स
डीयू कटऑफ ही नहीं, एंट्रेस के आधार पर भी ऐडमिशन करता है। इनमें 11 यूजी कोर्स शामिल हैं। जैसे बीबीए, बीबीएस, बीएमएस, बीएफआईए, बीबीई, बीएससी ऑनर्स इन फिजिकल एजुकेशन हेल्थ ऐंड स्पोर्ट्स, बीटेक इन ह्यूमैनेटीज और बीटेक इन मैथमैटिकल इनोवेशन। बीएमएस, बीबीए-एफआईए और बीए बीबीई, के लिए जॉइंट ऐडमिशन टेस्ट (JAT) होता है। 12वीं को 35% वेटेज और टेस्ट को 65% वेटेज दी जाती है। यूजी के अलावा सभी पीजी प्रोग्राम के लिए एंट्रेंस होता है।

नॉन कॉलिजिएट
गर्ल्स एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए नॉन कॉलिजिएट विमंस एजुकेशन बोर्ड के 26 कॉलेजों में सेंटर हैं। दिल्‍ली की लड़कियों को ही इन सेंटर्स में ऐडमिशन मिलता है। इस साल ईडब्ल्यूएस कोटा लगने के बाद इस बार यहां भी 10% सीटें बढ़ेंगी।

एड-ऑन कोर्स
डीयू में कई एड-ऑन और शर्ट टर्म कोर्स भी है। इन्हें आप ग्रेजुएशन के साथ साथ अपना हुनर बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।

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जानें, DU के अलावा इन यूनिवर्सिटी में भी मौका

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नई दिल्ली
दिल्ली में सिर्फ डीयू ही नहीं है। देश की राजधानी में कई अन्य यूनिवर्सिटीज हैं जहां आप 12वीं के बाद ऐडमिशन ले सकते हैं। यहां न सिर्फ अंडर ग्रैजुएट कोर्स कराए जाते हैं बल्कि कई एड ऑन कोर्सेज के भी ऑप्शन आपको मिल सकते हैं। कौन-कौन सी यूनिवर्सिटी और क्या-क्या हैं इनमें ऑप्शन आइए जानते हैं...

आंबेडकर यूनिवर्सिटी दिल्‍ली (एयूडी)
अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए ऐडमिशन प्रोसेस शुरू हो चुके हैं। यूनिवर्सिटी अपने कैंपस-कश्मीरी गेट और करमपुरा से 7 यूजी कोर्स के लिए ऐडमिशन करेगा। कोर्सों की लिस्ट में बीए ऑनर्स इको, बीए ऑनर्स इंग्लिश, बीए ऑनर्स हिस्ट्री, बीए ऑनर्स मैथमैटिक्स, बीए ऑनर्स साइकॉलजी, बीए ऑनर्स सोशल साइंसेज ऐंड ह्यूमैनिटीज और बीए ऑनर्स सोशियॉलजी शामिल हैं। तीन बीए वोकेशनल - टूरिजम ऐंड हॉस्पिटेलिटी, रिटेल मैनेजमेंट और चाइल्ड सेंटर मैनेजमेंट ऐंड आंत्रप्रिन्योरशिप शामिल हैं, जो सिर्फ करमपुरा कैंपस से चलेंगे। करमपुरा से बीए - ग्लोबल स्टडीज, सस्टेनेबल अर्बनाइजेशन और लों ऐंड पॉलिटिक्स कोर्स पढ़ाए जाएंगे। इन दो कैंपस और लोदी कैंपस से 19 पीजी प्रोग्राम के लिए भी अप्लाई किया जा सकता है। दिल्‍ली के लिए 85% सीटें हैं।

लास्ट डेट: 24 जून
वेबसाइट: www.aud.ac.in

इग्नू
इग्नू में जुलाई 2019 सेशन के लिए ऐडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अंडरमग्रैजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट,डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्सों क लिए ऐडमिशन लिए जा सकते हैं। स्टूडेंट्स सर्टिफिकेट के लिए 15 जुलाई और बाकी प्रोग्राम के लिए 30 जुलाई तक अप्लाई कर सकते हैं। इनके अलावा, यूनिवर्सिटी अवेयरनेस प्रोग्राम के लिए भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इग्नू ओपन ऐंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) मोड में यूजी, पीजी, पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट प्रोग्राम में ऐडमिशन करता है। जुलाई सेशन के लिए बैचलर डिग्री प्रोग्राम में बीएससी, बीए, बीकॉम, टूरिजम, सीए, सोशल वर्क, लाइब्रेरी ऐंड इन्फर्मेशन साइंस शामिल हैं। सभी के लिए ऑनलाइन ऐडमिशन प्रोसेस होगा।

लास्ट डेट: 15 जुलाई (सर्टिफिकेट)
लास्ट डेट: 30 जुलाई (यूजी, पीजी, डिप्लोमा)
वेबसाइट: ignou.ac.in

बेनेट यूनिवर्सिटी
ग्रेटर नोएडा की बेनेट यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स बीटेक, बीए एलएलबी ऑनर्स, एलएलबी ऑनर्स, बीबीए, एमबीए बीए जर्नलिजम ऐंड मास कम्यूनिकेशन, पीजी डिप्लोमा - बिजनेस जर्नलिजम और पीजी डिप्लोमा - डिजिटल मीडिया के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह टाइम्स ग्रुप की यूनिवर्सिटी है, जिसमें प्लेसमेंट के मौके और हॉस्टल समेत कई सुविधाएं स्टूडेंट्स के लिए हैं। स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग ऐंड ऐप्लाइड साइंसेज में आठ डिपार्टमेंट - कंप्यूटर साइंस इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्यूनिकेशंस इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्यूनिकेशंस इंजिनियरिंग, मकैनिकल ऐंड ऐरोस्पेस इंजिनियरिंग, मैथमैटिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, सिविल इंजिनियरिंग और बायॉटेक्नॉलजी हैं। स्कूल बीटेक और पीएचडी प्रोग्राम चला रहा है। स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में या एमबीए और बीबीए प्रोग्राम पढ़ाया जाता है। बीबीए के लिए SAT स्कोर या क्लास 12 की मेरिट पर ऐडमिशन और एमबीए के लिए CAT/XAT/GMAT/GRE/MAT/NMATऔर इंटरव्यू के अधार पर होगा। प्रोग्राम की योग्यता, फीस, सिलेबस, फैकल्टी की पूरी जानकारी वेबसाइट से ली जा सकती है।

क्लासेज: जुलाई तीसरे हफ्ते
वेबसाइट: www.benett.edu.in

IGDTUW
इंदिरा गांधी दिल्‍ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर वुमन (IGDTUW) में मास्टर्स कोर्सेज और पीएचडी के लिए ऐडमिशन प्रोसेस जल्द शुरू होगा। सीएसई आर्टिफिशल इंटिलिजेंस, आईटी - इन्फर्मेशन सिक्यॉरिटी मैनेजमेंट, ईसीई - वीएलएसआई डिजाइन, रोबॉटिक्स ऐंड ऑटोमेशन में एमटेक प्रोग्राम यूनिवर्सिटी में चलते हैं। इसके अलावा बीबीए, एमसीए, पीएचडी, एम प्लान - अर्बन प्लानिंग में भी ऐडमिशन होना बाकी हैं। बीटेक के लिए यूनिवर्सिटी जॉइंट ऐडमिशन काउंसलिंग के जरिए ऐडमिशन करेगी।

ऐडमिशन: जून तक
वेबसाइट: igdtuw.ac.in, jacdelhi.nic.in

IIITD
इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी में बीटेक के लिए ऐडमिशन प्रोसेस के लिए फॉर्म भरे जा सकते हैं। बीटेक - कंप्यूटर साइंस ऐंड इंजिनियरिंग, कंप्यूटर साइंस ऐंड डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्यूनिकेशन इंजिनियरिंग,कंप्यूटर साइंस ऐंड सोशल साइंस में ऐडमिशन होंगे। एमटेक प्रोग्राम में ऐडमिशन ग्रैजुएट ऐप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजिनियरिंग (गेट) स्कोर से होगा।

लास्ट डेट: 28 मई
सीटों के लिए पहला राउंड: 31 मई
सीटों के लिए दूसरा राउंड: 5 जून
वेबसाइट: iiitd.ac.in

जेएनयू
JNU में ऐडमिशन फॉर्म भरे जा चुके हैं। पहली बार जेएनयू अपने सभी कोर्सों के लिए कंप्यूटर पर आधारित एंट्रेंस एग्जाम रख रहा है, जिसे नैशनल टेस्टिंग एजेंसी देशभर में आयोजित करेगी। एनटीए की वेबसाइट से ऐडमिट कार्ड डाउनलोड किए जा सकेंगे। 27, 28, 29 और 30 मई को एंट्रेस एग्जाम होंगे। 10 जून को एमफिल और पीएचडी के रिजल्ट का ऐलान होगा। 26 जून से लेकर 3 जुलाई तक वाइवा होगा। जिन प्रोग्राम में वाइवा नहीं है, उनकी मेरिट लिस्ट 18 जून तक जारी हो जाएगी।

एंट्रेंस: 27 से 30 मई
वेबसाइट: www.jnu.ac.in

आईपी यूनिवर्सिटी
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी में ज्यादातर कोर्सेज के लिए लास्ट डेट निकल चुकी है। मगर यूनिवर्सिटी अपने सभी वोकेशनल प्रोग्राम के लिए जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करेगी। इसके अलावा, इसके सभी लॉ प्रोग्राम के लिए भी ऐडमिशन प्रक्रिया का शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। इस बार यूनिवर्सिटी ने अपने कई प्रोग्राम के लिए खुद के एंट्रेंस ना करवाकर, नैशनल लेवल के एंट्रेंस टेस्ट जेसे CLAT,CAT,NEET,JEE स्कोर के आधार पर करने का फैसला लिया है। इस वजह से कुछ प्रोग्राम अटके हुए भी है। उम्मीद है कि मई आखिर तक यूनिवर्सिटी अपना शेड्यूल जारी करेगा। बाकी कोर्सों जैसे बीकॉम ऑनर्स, इको ऑनर्स, इंग्लिश ऑनर्स समेत मास्टर्स कोर्स के लिए यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) करवा रही है।

बीकॉम ऑनर्स के लिए CET: 29 मई
वेबसाइट: ip.ac.in

जामिया मिल्लिया इस्लामिया
जामिया में अंडरग्रैजुएट, पीजी डिप्लोमा, सर्टिफिकेट समेत सभी प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरे जा चुके हैं। इस बार यूजी समेत सभी कोर्स के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स एंट्रेंस के लिए बैठेंगे। पीएचडी के लिए 6700 से ज्यादा स्टूडेंट्स एंट्रेंस देंगे।

एंट्रेंस: 31 मई-5 अगस्त तक
वेबसाइट: www.jmicoe.in

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DU: स्टीफंस में कल से एडमिशन शुरू, डीटेल में जानें

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस में 10 अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए प्रॉस्पेक्टस 22 मई से ऑनलाइन होगा। इसी दिन ऐडमिशन शुरू होने की उम्मीद है। क्रिश्चयन माइनॉरिटी कॉलेज सेंट स्टीफंस डीयू का ही कॉलेज है मगर इसके लिए ऐडमिशन प्रक्रिया, कटऑफ सब अलग होता है। हालांकि, इस कॉलेज के लिए अप्लाई करने के लिए डीयू में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी है। डीयू में ऐडमिशन रजिस्ट्रेशन 24 के आसपास शुरू हो सकता है, इसलिए स्टीफंस में भी फॉर्म इसी दिन से जमा होने शुरू हो पाएंगे। इस कॉलेज के 10 यूजी कोर्स के लिए स्टूडेंट्स कोशिश कर सकते हैं।

कॉलेज ने प्रॉस्टपेक्टस और पूरा शेड्यूल 22 मई को अपनी वेबसाइट में अपलोड कर करेगा। इस माइनॉरिटी कॉलेज की करीब 410 सीटों के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। स्टूडेंट्स स्पोर्ट्स कोटे के तहत भी इस कॉलेज में ऐडमिशन ले सकते हैं।

स्टीफंस में अप्लाई करने से पहले स्टूडेंट्स को दिल्ली यूनिवर्सिटी का फॉर्म भरना जरूरी होगा। फॉर्म में यह रजिस्ट्रेशन नंबर लिखना जरूरी होता है। कॉलेज 12वीं के मार्क्स को 85%, ऐप्टिट्यूड को 5% और इंटरव्यू को 10% का वेटेज देता है।

सेंट स्टीफंस के ह्यमैनिटीज और साइंस के ही प्रोग्राम चलाता है। यूजी लेवल में 10 प्रोग्राम चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत चलते हैं। बीए ऑनर्स के पांच कोर्स शामिल हैं – इकनॉमिक्स, इंग्लिश, हिस्ट्री,फिलॉसफी और संस्कृत। इनके अलावा स्टूडेंट्स बीए प्रोग्राम के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। बीएससी ऑनर्स में स्टीफंस में तीन प्रोग्राम हैं – केमिस्ट्री ऑनर्स, मैथमैटिक्स ऑनस और फिजिक्स ऑनर्स।

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DU: EWS कोटा से छात्रों को मिलेगा ज्यादा चांस

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नई दिल्ली
डीयू की रेस में ईडब्ल्यूएस कोटा कुछ राहत लेकर आ रहा है। इस बार 10% सीटें अंडरग्रैजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट कोर्सों में बढ़ेंगी। इस हिसाब से 61500 के आसपास सीटों पर यूजी ऐडमिशन होगा और 10500 पर पीजी। स्पोर्ट्स, ईसीए वगैरह बाकी कोटे को मिलाकर करीब चार हजार सीटें और होंगी।

सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इकनॉमिकली वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) कोटा (अपर कास्ट कोटा) लागू करने के सरकार के फैसले के बाद इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी 10% सीटें बढ़ाएगी। यह कोटा जनरल कैटिगरी के उन स्टूडेंट्स के लिए होगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। ईडब्ल्यूएस कोटे को डीयू दो फेज में लागू करेगा। डीयू के डेप्युटी रजिस्ट्रार-ऐकडेमिक के मुताबिक, 10% ईडब्ल्यूएस कोटा लागू करने के लिए गाइडलाइंस के तहत 25% सीटें बढ़ानी होगी। डीयू ने तय किया है कि 25% सीटों को दो फेज में बढ़ाया जाएगा। ऐकडेमिक सेशन 2019-20 में 10% सीटें और उसके अगले सेशन 2020-21 में 15% सीटें बढ़ाई जाएंगी।

इस साल यूनिवर्सिटी 2018-19 में मंजूर हुईं कुल सीटों की 10% सीटें बढ़ाएगी। इनमें एससी के लिए 15%, एसटी के लिए 7.5% और ओबीसी के लिए 27% सीटें होंगी। दिल्ली यूनिवर्सिटी के डीन – स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. राजीव गुप्ता बताते हैं, सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक जनरल कैटिगरी के लिए सीटें पिछले साल की मंजूर सीटों के बराबर ही होंगी। इन दोनों की मंजूर सीटों को कुल सीटों से घटा लिया जाएगा और यही सीटें ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत भरी जाएंगी। 10% बढ़ोतरी के बाद हर 100 सीटों पर 10 सीटें बढ़ेगी यानी 110 सीटें। इनसे से 50 जनरल, 17 एससी, 8 एसटी, 30 ओबीसी और 5 ईडब्ल्यूएस कैटिगरी के लिए होगी।

अगर स्टूडेंट जनरल कैटिगरी में ऐडमिशन लेता है, तो वो पसंदीदा कॉलेज या कोर्स की खातिर ईडब्ल्यूएस कैटिगरी में ट्रांसफर नहीं कर पाएगा। डॉ. गुप्ता बताते हैं, स्टूडेंट को ईडब्ल्यूएस कैटिगरी में अप्लाई करने के लिए डीएम से जारी इनकम सर्टिफिकेट जमा करना होगा। इनकम लिमिट 8 लाख रुपये सालाना से कम होनी चाहिए। अगर स्टूडेंट जनरल कैटिगरी में चुना जाता है, तो वो इस कैटिगरी के लिए अप्लाई नहीं कर सकता।

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DU: NCWEB के 26 सेंटर्स में बढ़ेंगी 1200 से ज्यादा सीटें

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉन कॉलिजिएट विमंस एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) में इस बार 1200 से ज्यादा सीटें बढ़ेंगी। यूनिवर्सिटी ने तय किया है कि इकनॉमिकली वीकर सेक्शन (EWS) ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत इस बार बोर्ड के हर सेंटर में 10% सीटें बढ़ाई जाएंगी। अगले साल सीटें 15% से ऊपर होंगी। इस हिसाब से बोर्ड के 26 सेंटर्स में 1200 से ज्यादा स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा। इसके अलावा यह भी विचार किया जा रहा है कि इस साल बोर्ड के सभी सेंटर्स में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) लाया जाए। यह भी तय किया गया है कि फर्स्ट ईयर में जुलाई में नया करिकुलम पढ़ाया जाएगा।

लड़कियों की एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए डीयू में शुरू हुए एनसीडब्ल्यूईबी में 26 सेंटर हैं, जो डीयू के अलग-अलग कॉलेजों में बीए प्रोग्राम और बीकॉम कोर्स चलाता है। बोर्ड दिल्ली के स्टूडेंट्स के लिए है, यानी उन स्टूडेंट्स को फर्स्ट ईयर में ऐडमिशन मिलता है, जिन्होंने दिल्ली से ही पिछली क्लास पास की हो। सालभर में बोर्ड में 55 क्लासें होती हैं। क्लासें शनिवार और रविवार को चलती हैं।

नॉन कॉलिजिएट विमंस एजुकेशन बोर्ड में इस बार दिल्ली की 1200 से ज्यादा लड़कियों को सीट मिलेंगी। अभी नॉन कॉलिजिएट में हर सेंटर में बीए की 284 और बीकॉम की 184 सीटें हैं, यानी हर सेंटर में कुल 460 सीटें और पूरे बोर्ड में 12,168 सीटें। डीयू ने तय किया है कि दो फेज में ईडब्ल्यूएस कोटा लागू होगा। इसके हिसाब से इस साल 10% सीटें बढ़ेंगी और अगले साल 15% सीटें बढ़ेंगी। सभी सेंटर्स में बीए की 7384 सीटें हैं और 10% कोटे के हिसाब से करीब 740 सीटें बढ़ जाएंगी। बीकॉम में 4784 सीटें हैं और इनमें करीब और 450 सीटें जुड़ेंगी। कुल मिलाकर 1220 सीटें बढ़ेंगी।

डीयू के डीन-स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. राजीव गुप्ता बताते हैं, ईडब्ल्यूएस कोटे के हिसाब यूजी में करीब 1200 से ऊपर सीटें होंगी। बोर्ड में सीबीसीएस लागू करने के सवाल पर वह कहते हैं, यह जल्द होने वाली डीयू की अकैडमिक काउंसिल की मीटिंग में तय किया जाएगा।

हालांकि, अंडरग्रैजुएट रिवाइज्ड करिकुलम कमिटी के चेयरमैन डॉ सी एस दूबे कहते हैं, एनसीवेब में भी नया सिलेबस लागू किया जाएगा, जो कि सीबीसीएस पर आधारित होगा। अभी बोर्ड में सेमेस्टर की बजाय एनुअल मोड में पढ़ाई होती है।

जून के आखिरी हफ्ते के आसपास आएगी कटऑफ
डीयू की वेबसाइट के जरिए ही जल्द फॉर्म भरे जा सकेंगे। कटऑफ जून के आखिरी हफ्ते के आसपास निकाली जाएगी। बोर्ड के सभी सेंटर्स के डीयू के अलग-अलग कॉलेजों के टीचर्स ही पढ़ाते हैं। पिछले साल बोर्ड को करीब 1 लाख 80 हजार ऐप्लिकेशन मिली थीं। बोर्ड के सेंटर्स में बीए और बीकॉम में रेगुलर कोर्सों की कटऑफ के मुकाबले कम होती हैं, हालांकि पिछले साल बीकॉम के लिए सबसे ऊपर हंसराज और मिरांडा ने 90% और बीए के लिए दोनों ने 88% पर स्टूडेंट्स को चांस दिया था। अदिति महाविद्यालय और भगिनी निवेदिता कॉलेज ने सबसे कम बीए के 76% और बीकॉम के लिए 84% कटऑफ रखी थी। बाकी 22 कॉलेजों ने अपनी कटऑफ बीए के लिए 78% और बीकॉम के लिए 86% रखी गई थी।

मिरांडा हाउस, हंसराज कॉलेज, कालिंदी कॉलेज, आईपी, जानकीदेवी, एलएसआर, लेडी इरविन, अदिति महाविद्यालय, आर्यभट्ट, आंबेडकर, भगिनी निवेदिता कॉलेज, मिरांडा हाउस, रामानुजम, श्री अरबिंदो कॉलेज समेत 26 कॉलेजों में बोर्ड के सेंटर्स हैं।

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DU: पढ़ें, ऐडमिशन से जुड़े अहम सवालों का जवाब

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एक्सपर्ट
आई.एस. बख्शी
प्रिसिंपल-दयाल सिंह

अगर आपके मार्क्स 80% से ऊपर हैं तो वॉट्सऐप नंबर 8287458706 पर सवाल पूछें।
सवाल: पीसीबी से 91% नंबर आए हैं। डीयू में साइकोलॉजी में ऐडमिशन मिल जाएगा?
जवाब: इस पर्सेंटेज में आपको ऐडमिशन मिल जाएगा।

सवाल: बेस्ट फोर (साइंस) 82% है। डीयू में बीए फिजिक्स में ऐडमिशन मिल सकता है?
जवाब: इस पर्सेंटेज के साथ मिल सकता है, लेकिन किस कॉलेज में मिलेगा यह कहना मुश्किल है।

सवाल: साइंस स्ट्रीम से हूं। बीयूएमएस में अपना करियर बनाना चाहता हूं और मैंने नीट 2019 भी दिया है। मुझे आगे के लिए गाइड कीजिए?
जवाब: अगर नीट में आपका हो जाता है तो आप उसी लाइन को जारी रखें। अगर नीट नहीं निकल पता है तो आप डीयू से जूलॉजी ऑनर्स, बोटनी ऑनर्स में ऐडमिशन लें और साथ ही नीट की भी तैयारी करें।

अगर आपके मार्क्स 60-80% के बीच हैं तो वॉट्सऐप नंबर 8287418908 पर सवाल पूछें।
सवाल: बेस्ट फोर में 75% हैं। जनरल ईडब्ल्यूएस में आता हूं। डीयू में ऐडमिशन मिल सकता है?
जवाब: ईडब्ल्यूएस की बेसिस पर पहली बार ही ऐडमिशन होंगे। किस कोर्स में आप ऐडमिशन लेना चाहते हैं उसकी क्या कटऑफ रहेगी यह कहना मुश्किल है।

सवाल: बीएससी केमिस्ट्री के लिए अप्लाई करना चाहता हूं। पीसीएम इंग्लिश में 67% हैं। किसी कॉलेज में ऐडमिशन मिल सकता है?
जवाब: बीएससी केमिस्ट्री के लिए सिर्फ पीसीएम की बेसिस पर ऐडमिशन होगा। पिछले साल की कटऑफ देख लें किस कॉलेज में इस पर्सेंटेज पर ऐडमिशन हुए थे।

सवाल: पीसीएम में 70% स्कोर किया है। जनरल कैटिगरी से हूं और बीए में ऐडमिशन लेना चाहता हूं?
जवाब: अगर आप पीसीएम साइड से हैं तो आगे भी उसी विषय में अपना ग्रैजुएशन कंप्लीट करें।

अगर आपके मार्क्स 60% से नीचे हैं तो वॉट्सऐप नंबर 8287424361 पर सवाल पूछें।
सवाल: बेटी के ह्यूमैनिटीज में 52% आए हैं। आगे क्या ऑप्शन है?
जवाब: बैंकिंग, यूपीएससी जैसी सर्विसेज में करियर ऑप्शन तलाश सकते हैं।

सवाल: डीयू में ऐडमिशन की क्या प्रक्रिया है और कौन से सर्टिफिकेट की जरूरत होती है?
जवाब: 10वीं, 12वीं के सर्टिफिकेट और मार्कशीट, स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट, अगर दिल्‍ली के बाहर से हैं तो ट्रांसफर सर्टिफिकेट, करैक्टर सर्टिफिकेट और अगर किसी कोटे से हैं तो कास्ट सर्टिफिकेट होना जरूरी है।

सवाल: क्या ऐसा कोई नया नियम या निर्देश आया है, जिसके तहत एक बार से ज्यादा कॉलेज बदले जा सकते हैं?
जवाब: पिछले साल तक आप एक से ज्यादा कॉलेज बदल सकते थ, लेकिन इस बार नोटिफिकेशन आने तक इस पर कमेंट कर पाना मुश्किल है।

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DU: सीनियर से जानें ऐडमिशन के बारे में सबकुछ

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नई दिल्ली
कुछ जोश, कुछ उलझन, कुछ टेंशन! कैंपस में पहला दिन मिलाजुला ही होता है। डीयू की ऐडमिशन रेस में आप जल्द ही मैदान में उतरेंगे। आपके साथ पैरंट्स होंगे, दोस्त होंगे मगर आपके साथ सीनियर्स की टिप्स होगी, तो शुरुआत आसान होगी। डीयू के टॉप कॉलेज एसआरसीसी के बीकॉम ऑनर्स फाइनल ईयर स्टूडेंट अवनीश बंसल बता रहे हैं कि कैंपस में फ्रेशर्स अपना सफर कैसे आसान और मजेदार बनाएं।

सवाल: बीकॉम या बीकॉम ऑनर्स के लिए डीयू के टॉप कॉलेज कैसे चुनूं?
जवाब: डीयू के कई कॉलेजों की कटऑफ बहुत हाई होती है। अगर स्कोर बहुत अच्छा है तो एसआरसीसी जैसे कॉलेज मिल जाएंगे। सेंट स्टीफंस के लिए जरूर कोशिश करें, वहां इंटरव्यू को भी वेटेज है। एलएसआर, हंसराज कॉलेज, हिंदू कॉलेज, रामजस कॉलेज भी अच्छे हैं।

सवाल: अगर इनमें कटऑफ लिस्ट में नाम ना आए, तो क्या करूं?
जवाब: अगर इनमें ऐडमिशन नहीं होता, तो दिल्‍ली-एनसीआर में कई बढ़िया प्राइवेट कॉलेज हैं। साथ ही, कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए डीयू में तीन मैनेजमेंट कोर्स बैचलर इन मैनेजमेंट स्टडीज, बैचलर्स ऑफ बिजनस ऐडमिनिस्ट्रेशन फाइनैंस ऐंड इन्वेस्टमेंट अनैलिसिस और बीए ऑनर्स बिजनेस इकनॉमिक्स बढ़िया ऑप्शन है। इनके लिए जॉइंट ऐडमिशन टेस्ट होता है। वरना डीयू के किसी भी कॉलेज से पढ़ाई कर सकते हैं, करिकुलम पूरे देश में एक सा ही है।

सवाल: प्लेसमेंट के हिसाब से कौन सा कॉलेज बढ़िया है?
जवाब: इसमें दो राय नहीं कि बीकॉम/बीकॉम ऑनर्स स्टूडेंट्स के लिए एसआरसीसी, सेंट स्टीफंस, एलएसआर जैसे कॉलेज को ब्रैंड वैल्यू की वजह से प्लेसमेंट के अच्छे मौके मिलते हैं। कई बड़ी कंपनियों की टॉप पोजिशन में एसआरसीसी के अल्मनाई हैं। मगर जरूरी नहीं कि डीयू ही ऑप्शन है, ऐसी कई बढ़िया यूनिवर्सिटी, कॉलेज हैं, जो हाईलाइट नहीं हुए हैं और वहां प्लेसमेंट के अच्छे चांस है। कॉलेज की रैंकिंग जरूर देखें, कॉलेज चुनने से पहले रिसर्च करें।

सवाल: हॉस्टल ना मिलें, तो क्या करुं ?
जवाब: डीयू में सबको हॉस्टल मिलना मुमकिन नहीं। कैंपस के आसापास आपको कई सस्ते से महंगे पीजी मिलेंगे या फिर अपने दोस्तों के साथ फ्लैट लेकर रह सकते हैं। बस ध्यान दें कि सेफ जगह चुनें।

सवाल: कैंपस में क्‍या ध्यान रखें?
जवाब: यह याद रहे कि पढ़ाई आपका पहला मकसद है। कई स्टूडेंट्स डीयू में आते ही बाकी चीजों में ध्यान देते हैं और क्लासें बंक करते हैं। को-ऐक्टिविटी जरूरी हैं इसलिए कॉलेज सोसायटी या क्लब से जुड़ें मगर अटेंडेंस पर फर्क ना आए। साथ ही, कुछ पॉलिटिकल पार्टी आपकी मदद करेगी मगर यह भी ध्यान रहे कि आप पूरी तरह से पॉलिटिकल ना हों क्योंकि पढ़ाई आपका पहला गोल है।

सवाल: खुद के एक्सपीरियंस के बारे में बताएं?
जवाब: मैं पंजाब के छोटे से कस्बे सुनम से हूं। मैथ्स में परफेक्ट स्कोर के साथ चंडीगढ़ से12वीं 97% के साथ की। एसआरसीसी में ऐडमिशन में लेते समय सोचा था कि ग्रैजुएशन के बाद जॉब करूंगा, फिर एमबीए। मगर इन दो सालों में नजरिया बदला है, मैं अब सिविल्स सर्विसेज की तैयार कर रहा हूं। मेरे जूनियर्स ने भी बहुत कुछ सोचा होगा मगर कैंपस लाइफ का एक्सपीरियंस भी उनके लिए बहुत कुछ नया लेकर आएगा।

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बेनेट यूनिवर्सिटी में यूजी और पीजी ऐडमिशन शुरू

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विशेष संवाददाता, नई दिल्‍ली
बेनेट यूनिवर्सिटी में अंडरग्रैजुएट के साथ साथ पोस्ट ग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए ऐडमिशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। टाइम्स ग्रुप की इस यूनिवर्सिटी में इंजिनियरिंग, लॉ, मैनेजमेंट और मीडिया के कई प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन अप्लाई (www.bennett.edu.in ) किया जा सकता है।

यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग ऐंड ऐप्लाइड साइंसेज मैकेनिकल, बायोटेक्नॉली, इंजिनियरिंग फिजिक्स, कंप्यूटर साइंसेज और इलेक्ट्रॉनिक ऐंड कम्यूनिकेशन इंजिनियरिंग में बीटेक प्रोग्राम चलाती है। साथ ही, पीएचडी प्रोग्राम भी यहां है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के मुताबिक यूनिवर्सिटी को कुछ ऐकडेमिक पार्टनर्शिप जॉर्जिया टेक, कॉरनेल, जैसे इंस्टिट्यूट के साथ है। साथ ही, प्लेमसेंट के लिए बढ़िया स्कोप है। कैंपस में हर स्कूल के स्टूडेंट्स को प्रफेशनल की गाइडेंस भी मिलती है।

अगर मीडिया में दिलचस्पी है, तो टाइम्स स्कूल ऑफ मीडिया के तीन साल के जर्नलिजम ऐंड मास कम्यूनिकेशन में बैचलर्स प्रोग्राम या डिजिटल मीडिया और बिजनस जर्नलिजम में एक-एक साल के पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए भी स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया, इकनॉमिक टाइम्स, टाइम्स इंटरनेट, रेडियो मिर्ची और टाइम्स नाड के मीडिया एक्सपर्ट ने इस प्रोग्राम का करिकुलम तैयार किया है। स्टूडेंट्स के लिए इन कंपनियों के प्रफेशनल्स के गेस्ट लेक्चर, इंडस्ट्री टूर और प्रैक्टिस सेशन भी रखे जाते हैं। वहीं, स्कूल ऑफ लॉ 5 साल का बीए एलएलबी ऑनर्स और बीबीए एलएलबी ऑनर्स प्रोग्राम चलाता है। इस साल 3 साल का एलएलबी ऑनर्स प्रोग्राम भी शमिल हो रहा है। स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के साथ मार्किटिंग, फाइनैंस, ऑपरेशंस, आंत्रप्रन्योरशिप में स्पेशलाइजेशन के साथ बीबीए प्रोग्राम भी स्टूडेंट्स के लिए बढ़िया ऑप्शन है। इसके अलावा टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप के सपोर्ट से एमबीए प्रोग्राम के लिए ग्रैजुएट स्टूडेंट्स अप्लाई कर सकते हैं।

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डीयू के फ्रेशर्स पढ़ेंगे नया सिलेबस, जानें क्या होगा बदलाव

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए ऐडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स नया सिलेबस पढ़ेंगे। डीयू नया सिलेबस जुलाई में लॉन्च कर रही है। नए सिलेबस पर इन दिनों एक्सपर्ट्स, टीचर्स, शिक्षविदों, इंडस्ट्री समेत स्टूडेंट्स का भी फीडबैक लिया जा रहा है और अब तक 265 फीडबैक मिल चुके हैं। डीयू के 67 प्रोग्राम के 3400 पेपर का करिकुलम बदला जा रहा है, जो कि यूजीसी के लर्निंग आउटकम बेस्ड करिकुलम यानी हे फ्रेमवर्क पर अधारित होगा यानी ऐक्टिवियी, प्रैक्टिकल पर अधारित करिकुलम।

नए करिकुलम पर डीयू अधिकारियों का कहना है कि यह इंटरनैशनल करिकुलम की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है यानी स्टूडेंट्स के पास ग्लोबल जानकारियां मिलेंगी। अंडरग्रैजुएट करिकुलम रिविजन कमिटी के चेयरपर्सन डॉ. सी.एस. दूबे का कहना है कि हमने चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (0305) पर अधारित करिकुलम का दूसरा ड्राफ्ट डीयू वेबसाइट में अपलोड किया है, जिस पर पब्लिक में से कोई भी सुझाव कोर्स वाइज 31 मई तक दे सकता है। सुझाव फॉर्म में मौजूद 15 सवालों के तहत दिए जा सकेंगे। दूसरी ओर, हमने एक ओर डैशबोर्ड तैयार किया है जिसमें सिलेबस नैशनल ऐकडेमिक काउंसिल, एग्जिक्युटिव काउंसिल, मकी प्रिंसिपल्स, इंटरनैशनल एक्सपर्ट ही इसी दिन तक सुझाव दे सकते हैं। ये लोग पेपर के हिसाब से अपना फीडबैक देंगे क्योंकि सभी एक्सपर्ट हैं।
प्रफेसर दूबे कहते हैं, हम करीब 400 इंटरनैशनल एक्सपर्ट से फीडबैक ले रहे हैं। या इनमें से 330 लोग वो हैं जो कि यूएस, जापान, या यूके, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों की इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी में ऐकडेमिक एक्सपर्ट हैं और नामी इंडस्ट्री के प्रफेशनल हैं। इनके अलावा, डीयू के 445 उन अल्मनाई से भी सुझाव लिए जा रहे हैं, जो देश और विदेश में अच्छी पोजिशन पर काम कर रहे हैं।

डीयू प्रोसेस क्‍यों लेट! टीचर्स का वीसी को लेटर
डीयू ऐडमिशन प्रोसेस में देरी को लेकर यूनिवर्सिटी के टीचर्स ने वीसी डॉ. योगेश त्यागी को लेटर लिखा है। एसी, ईसी मेंबर्स के अलावा डूटा के मेंबर्स ने लिखा है कि ऐडमिशन प्रक्रिया में देरी हो रही है जबकि देशभर से स्टूडेंट्स इसके लिए इंतजार कर रहे हैं, यह सोचने का विषय है। साथ ही, ऐडमिशन पॉलिसी को लेकर जो भी फैसले किए जा रहे हैं।

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DU Admission 2019: फिलहाल टला ऐडमिशन प्रोसेस, जानें कब से

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उम्मीद थी कि 27 मई से दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन फिलहाल अभी यह टल गई है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले की प्रक्रिया इस हफ्ते के बाद शुरू होगी। स्टूडेंटस वेलफेयर के डीन राजीव गुप्ता ने बताया, 'यह तो पक्का है कि 27 मई से ऐडमिशन प्रोसेस शुरू हीं हो रहा है लेकिन फॉर्म जून की शुरुआत में आ जाएंगे।' आपको बता दें कि पिछले साल डीयू में 15 से ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।

स्टूडेंटस वेलफेयर के डीन राजीव गुप्ता ने कहा कि प्रवेश परीक्षाओं के लिये तिथियों के संबंध में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, 'योग्यता आधारित पाठ्यक्रमों और प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रमों के लिये एक ही पोर्टल है। तिथि पर अंतिम निर्णय होते ही दाखिला प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। प्रवेश परीक्षा का आयोजन करने के लिये एजेंसी के नाम पर फैसला होना बाकी है।'

एक अधिकारी ने हालांकि बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिये प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करने की संभावना है। गुप्ता ने कहा कि आगामी सप्ताह में दाखिला प्रक्रिया पर अंतिम फैसला हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि सर्वर की परीक्षण प्रक्रिया के दौरान तकनीकी खराबी भी दाखिले की घोषणा में देरी की वजह रही।

कुछ दिनों पहले डीयू ऐडमिशन प्रोसेस में देरी को लेकर यूनिवर्सिटी के टीचर्स ने वीसी डॉ. योगेश त्यागी को लेटर लिखा था। एसी, ईसी मेंबर्स के अलावा डूटा के मेंबर्स ने लिखा था कि ऐडमिशन प्रक्रिया में देरी हो रही है जबकि देशभर से स्टूडेंट्स इसके लिए इंतजार कर रहे हैं, यह सोचने का विषय है। साथ ही, ऐडमिशन पॉलिसी को लेकर जो भी फैसले किए जा रहे हैं।

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DU: फिर लौट सकता है मिनिमम मार्क्स का क्राइटेरिया

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मोहम्मद इबरार, नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल फिर से मिनिमम मार्क्स का क्राइटेरिया लागू हो सकता है। कुछ सालों पहले इस नियम को खत्म कर दिया गया था। मिनिमम मार्क्स का क्राइेटिरया अतिरिक्त नियम है। सारे स्टूडेंट्स का दाखिला तयशुदा कटऑफ के आधार पर होता है। मिनिमम मार्क्स नियम के तहत छात्रों को कटऑफ का क्राइटेरिया तो पूरा करना ही पड़ेगा। इसके अलावा वे जिस विषय में ऑनर्स करना चाहते हैं, उस विषय में भी निर्धारित मिनिमम पर्सेंटेज होना चाहिए।

इसको यूं समझें
मान लिया कि कोई छात्र डीयू से इंग्लिश ऑनर्स करना चाहता है और ऑनर्स के लिए कटऑफ 99 पर्सेंट है और इंग्लिश में मिनिमम मार्क्स 55 पर्सेंटेज है। इस स्थिति में अगर छात्र के 99 पर्सेंट नंबर है लेकिन इंग्लिश में 55 पर्सेंट मार्क्स नहीं है तो उसको इंग्लिश ऑनर्स में दाखिला नहीं मिलेगा। बीच में कुछ सालों तक मिनिमम मार्क्स का नियम खत्म कर दिया गया था। सिर्फ जिस विषय में ऑनर्स करना चाहते थे, उसमें पास मार्क्स होना अनिवार्य था।

किस विषय के लिए कितना मिनिमम मार्क्स?
इंग्लिश (ऑनर्स) के लिए इंग्लिश में कम से कम 55 फीसदी
बीकॉम (ऑनर्स) के लिए मैथमेटिक्स/बिजनस मैथमेटिक्स में कम से कम 50 फीसदी
बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस के लिए मैथमेटिक्स में कम से कम 60 फीसदी
बीएससी इकॉनमिक्स (ऑनर्स) के लिए 12वीं क्लास या समकक्ष परीक्षा में मैथ्स में पास होना जरूरी है
बीएससी (ऑनर्स) मैथमेटिक्स के लिए मैथमेटिक्स में कम से कम 60 फीसदी
बीएससी (ऑनर्स) केमिस्ट्री के लिए इंग्लिश में कम से कम 50 फीसदी
बीएससी (ऑनर्स) फिजिक्स के लिए इंग्लिश में कम से कम 50 फीसदी

अलग-अलग राय
इस अतिरिक्त नियम को लेकर शिक्षकों के बीच अलग-अलग राय पाई गई है। कुछ का मानना है कि क्वॉलिटी के लिए यह जरूरी है, वहीं कुछ इसे सही नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि अगर किसी छात्र का ओवरऑल पर्सेंटेज हाई होता है तो हर विषय में उसका पर्सेंटेज भी हाई होता है।

समर्थन में
श्याम लाल कॉलेज में कॉमर्स के प्रफेसर एस बी.राठौड़ ने बताया, 'इसका मकसद बीकॉम (ऑनर्स) के लिए क्वॉलिटी के स्टूडेंट्स का चयन करना है। छात्रों को बीकॉम (ऑनर्स) में इनकम टैक्स और अन्य विषयों को पढ़ना पड़ता है जिसके लिए गणित पर अच्छी पकड़ की जरूरत होती है।'

एसआरसीसी की प्रिंसिपल सिमरत कौर ने कहा कि इकॉनमिक्स के छात्रों के लिए भी गणित जानना बहुत जरूरी है। इकॉनमिक्स के लिए बेस्ट 4 की गणना में मैथमेटिक्स को भी शामिल करने के फैसले का स्वागत करते हुए कौर ने कहा, 'इससे छात्रों की क्वॉलिटी में सुधार आएगा और उनको कोर्स में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।'

हंसराज के प्रिंसिपल रमा शर्मा ने बताया, "अगर डीयू अतिरिक्त नियम लागू कर रहा है तो यह सारी प्रक्रियाओं में सुधार लाने वाला होना चाहिए। इसकी मदद से ऐसे छात्रों का चयन हो सकेगा जो सिलेबस को मैनेज कर सकते हैं। कई बार स्कूल में कुछ छात्र किसी विषय पर सही से ध्यान नहीं देते है। लेकिन इस नियम के बाद उनको किसी कोर्स में दाखिले के लिए कुछ खास विषय पर अच्छी पकड़ बनानी होगी।'

खिलाफ
बहुत से शिक्षकों ने इस नियम को गैर जरूरी बताया है। उनका कहना है कि ऐसा नहीं हो सकता कि किसी छात्र का कुल स्कोर ज्यादा हो और किसी खास विषय में बिल्कुल कम हो। एक शिक्षक ने बताया, 'अगर कोई छात्र सभी विषय में 95 फीसदी नंबर हासिल करता है तो इस बात की पूरी उम्मीद है कि गणित में उसके 60 फीसदी से ज्यादा नंबर आए होंगे।'

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'SOL में ऐडमिशन के लिए सिर्फ 12वीं पास हो क्राइटेरिया'

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नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के लिए ऐडमिशन प्रक्रिया जून के पहले हफ्ते से शुरू हो जाएगी। एसओएल में ऐडमिशन लेने का मिनिमम क्राइटेरिया 12वीं पास किया जाए, इस प्रस्ताव को डीयू की स्टैंडिंग कमिटी ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को भेजा है। अभी सभी प्रोग्राम में ऐडमिशन लेने के लिए कम से कम 40% मार्क्स जरूरी हैं। कमिटी के मेंबर्स ने बताया कि यह प्रस्ताव एसओएल की ओर से ही दिया गया था। इसके अलावा, इस बार एसओएल का सिस्टम चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीएसई) में भी शुरू होना है। अंडरग्रैजुएट कोर्सों का जो सिलेबस बदला जा रहा है, उसमें एसओएल भी शामिल है। हालांकि, अभी ऐकडेमिक काउंसिल में इन्हें मंजूरी लेनी बाकी है। साथ ही, एसओएल के पांचों यूजी कोर्सों को इस बार ऑनलाइन भी लाने के लिए स्कूल की तैयारी है। इसके लिए जून दूसरे हफ्ते यूजीसी के साथ स्कूल प्रशासन की मीटिंग है। अगर मंजूरी मिल गई, तो सभी कोर्स पढ़ने का ऑनलाइन ऑप्शन भी स्टूडेंट्स को मिलेगा।

डीयू की स्टैंडिंग काउंसिल के मेंबर डॉ. रसाल सिंह बताते हैं, एसओएल जब बना था तो 12वीं पास ही इसका क्राइटेरिया था। पहले रेग्युलर कॉलेजों के अलावा डीयू में एसओएल, एनसीवेब के अलावा एक एक्सटेंशन सेल भी थी, जिसमें कामकाजी स्टूडेंट्स को ऐडमिशन मिलता था। इस सेल को 2008-09 में एसओएल के साथ मर्ज कर दिया गया था। 2009 में डीयू प्रशासन ने सभी सेंटर का पास क्राइटेरिया 40% स्कोर कर दिया। डॉ. सिंह ने बताया कि काफी समय से एसओएल की ओर से यह प्रस्ताव दिया गया है कि योग्यता फिर से 12वीं पास की जाए। इस बार इसे स्टैंडिंग कमिटी के एजेंडे में रखा गया और कमिटी ने डीयू के वाइस चांसलर को सिफारिश की है कि 12वीं पास या कहें 33% स्कोर एलिजिबिलिटी कर दी जाए। इससे गरीब घरों के बच्चों या जो किसी वजह से पिछड़ गए हैं, उन्हें समावेशी नीति के तहत अच्छे प्रतिष्ठान से पढ़ने का मौका मिलेगा।

डीयू एसओएल में ओपन मोड से पांच अंडरग्रैजुएट कोर्स- बीए, बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स, बीए पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स और बीए इंग्लिश ऑनर्स चलाती है, जो ऐनुअल मोड पर चलते हैं। हालांकि, डीयू के अंडरग्रैजुएट रिवाइज्ड करिकुलम कमिटी के चेयरपर्सन का कहना है कि हम एसओएल और एनसीवेब में भी नया सिलेबस, सेमेस्टर मोड में लेकर आ रहे हैं। एसओएल में 4.2 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। यूजी फर्स्ट ईयर में करीब सवा लाख स्टूडेंट्स हैं।

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